NEP 2020 By Ramesh sir
For EMRS, KVS, NVS, DSSSB and Any Other Govt Teacher Recruitment: Ramesh sir (Global sgrl)
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 का उद्देश्य भारतीय शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव लाना है, ताकि इसे अधिक समावेशी, लचीला और कौशल-आधारित बनाया जा सके। यह नीति पहुंच, समता, गुणवत्ता, वहनीयता और जवाबदेही (Access, Equity, Quality, Affordability, and Accountability) के पाँच स्तंभों पर आधारित है।
मुख्य विशेषताएं
- नई शैक्षणिक संरचना (5+3+3+4): 10+2 की पुरानी प्रणाली को बदलकर एक नई 5+3+3+4 पाठ्यचर्या संरचना लागू की गई है।
- 5 साल (बुनियादी चरण): 3 साल की प्री-स्कूल/आंगनवाड़ी और कक्षा 1 व 2। इसमें खेल-आधारित शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- 3 साल (प्रारंभिक चरण): कक्षा 3 से 5 तक, जिसमें धीरे-धीरे विज्ञान, गणित, कला आदि विषय पेश किए जाएंगे。
- 3 साल (मध्य चरण): कक्षा 6 से 8 तक, जिसमें अधिक अमूर्त विषयों और व्यावसायिक शिक्षा की शुरुआत होगी।
- 4 साल (माध्यमिक चरण): कक्षा 9 से 12 तक, जिसमें बहु-विषयक अध्ययन और गहन सोच को बढ़ावा दिया जाएगा।
- मातृभाषा में शिक्षा: नीति कम से कम कक्षा 5 तक, और संभव हो तो कक्षा 8 तक, शिक्षा का माध्यम मातृभाषा, स्थानीय भाषा या क्षेत्रीय भाषा रखने पर जोर देती है।
- व्यावसायिक शिक्षा: कक्षा 6 से ही इंटर्नशिप के प्रावधान के साथ व्यावसायिक शिक्षा शुरू की जाएगी, जिससे छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान मिल सके।
- विषयों के बीच लचीलापन: कला, विज्ञान, पाठ्येतर गतिविधियों और व्यावसायिक शिक्षा के बीच कोई कठोर अलगाव नहीं होगा, जिससे छात्र अपनी रुचि के अनुसार विषय चुन सकेंगे।
- मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता (FLN): प्राथमिक स्कूलों में 2025 तक मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता प्राप्त करने के लिए एक राष्ट्रीय मिशन की स्थापना की जाएगी।
- मूल्यांकन में सुधार: रटने की जगह, सीखने के परिणामों पर ध्यान केंद्रित करते हुए मूल्यांकन में बदलाव किए जाएंगे। इसमें 360-डिग्री समग्र प्रगति कार्ड (Holistic Progress Card) शामिल है, जो छात्र की व्यापक प्रगति को ट्रैक करेगा।
- उच्च शिक्षा में बहु-प्रवेश/निकास: उच्च शिक्षा में छात्र कई प्रवेश और निकास बिंदुओं (multiple entry and exit points) का विकल्प चुन सकते हैं, जिससे बीच में पढ़ाई छोड़ने पर भी उन्हें क्रेडिट मिल सकेगा।
- शिक्षक शिक्षा: 2030 तक, शिक्षण के लिए न्यूनतम योग्यता 4-वर्षीय एकीकृत बी.एड. डिग्री होगी, और शिक्षक भर्ती प्रक्रियाओं को और पारदर्शी बनाया जाएगा।
- डिजिटल शिक्षा: शिक्षण और सीखने में प्रौद्योगिकी के उपयोग पर जोर दिया गया है, जिसमें डिजिटल शिक्षण प्लेटफॉर्म का विकास भी शामिल है।
पहले की policy और NEP 2020 में मुख्य अंतर
~ By Ramesh sir
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 पिछली नीतियों, विशेषकर 1986 की नीति, से कई मायनों में भिन्न है। NEP 2020 का मुख्य लक्ष्य समग्र विकास, लचीलापन और 21वीं सदी के कौशल पर ध्यान केंद्रित करना है, जबकि पिछली नीतियां मुख्य रूप से शिक्षा तक पहुंच और समानता सुनिश्चित करने पर केंद्रित थीं।
प्रमुख अंतर नीचे दिए गए हैं:
शैक्षिक संरचना
- NEP 2020: इसने 10+2 संरचना को 5+3+3+4 पाठ्यचर्या संरचना से बदल दिया है। इसमें 3-8 वर्ष की आयु के लिए मूलभूत (Foundational), 8-11 वर्ष के लिए प्रारंभिक (Preparatory), 11-14 वर्ष के लिए मध्य (Middle) और 14-18 वर्ष की आयु के लिए माध्यमिक (Secondary) चरण शामिल हैं।
- पिछली नीतियां (जैसे NPE 1986): ये 10+2+3 शिक्षा प्रणाली पर आधारित थीं, जिसमें औपचारिक स्कूली शिक्षा 6 साल की उम्र से शुरू होती थी।
सीखने का तरीका और पाठ्यचर्या
- NEP 2020: यह रटने (rote memorization) के बजाय व्यावहारिक ज्ञान, अनुभवात्मक शिक्षा (experiential learning), रचनात्मकता और आलोचनात्मक सोच के विकास पर जोर देती है। इसमें कला, विज्ञान, मानविकी और व्यावसायिक विषयों के बीच कोई कठोर अलगाव नहीं है, जिससे छात्रों को विषयों को चुनने में लचीलापन मिलता है।
- पिछली नीतियां: वे एक विषय-केंद्रित, पाठ्यचर्या-भारी और परीक्षा-केंद्रित दृष्टिकोण बनाए रखती थीं।
प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा (ECCE)
- NEP 2020: यह 3 साल की उम्र से ही आंगनवाड़ी और प्री-स्कूलिंग के माध्यम से औपचारिक शिक्षा में ECCE को एकीकृत करती है, जिसे मूलभूत चरण का हिस्सा बनाया गया है।
- पिछली नीतियां: इनमें प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा पर विशेष जोर या व्यापक ढांचा नहीं था।
मूल्यांकन
- NEP 2020: यह समग्र प्रगति कार्ड (holistic progress card) के साथ समग्र मूल्यांकन (holistic assessment) की ओर बढ़ती है, जिसमें शिक्षक, सहकर्मी और छात्र स्वयं मूल्यांकन करते हैं। यह केवल अंकों पर निर्भर रहने के बजाय सीखने के परिणामों को ट्रैक करने पर केंद्रित है।
- पिछली नीतियां: मूल्यांकन मुख्य रूप से योगात्मक (summative) था और बोर्ड परीक्षाओं में प्राप्त अंकों पर केंद्रित था।
व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास
- NEP 2020: कक्षा 6 से ही व्यावसायिक शिक्षा और इंटर्नशिप को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है, जिससे छात्रों को भविष्य के लिए तैयार किया जा सके।
- पिछली नीतियां: व्यावसायिक प्रशिक्षण को अक्सर मुख्यधारा की शिक्षा से अलग माना जाता था।
प्रौद्योगिकी का एकीकरण
- NEP 2020: यह शिक्षण-सीखने की प्रक्रिया में प्रौद्योगिकी के एकीकरण, डिजिटल साक्षरता और ई-लर्निंग पर महत्वपूर्ण जोर देती है, जिसके लिए नेशनल एजुकेशनल टेक्नोलॉजी फोरम (NETF) की स्थापना का प्रस्ताव है।
- पिछली नीतियां: प्रौद्योगिकी एकीकरण पर सीमित या नगण्य ध्यान था।
- उच्च शिक्षा
- NEP 2020: इसमें बहु-विषयक संस्थानों, अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने और एकाधिक प्रवेश/निकास बिंदुओं (Multiple Entry/Exit Points) के साथ लचीले स्नातक कार्यक्रमों की शुरुआत की गई है, जिससे छात्र क्रेडिट अर्जित कर सकते हैं और बाद में अपनी पढ़ाई फिर से शुरू कर सकते हैं।
- पिछली नीतियां: कठोर विशेषज्ञता पर ध्यान केंद्रित किया गया था और प्रवेश/निकास के लचीले विकल्प नहीं थे।
- संक्षेप में, NEP 2020 का दायरा व्यापक है और इसका उद्देश्य भारत की शिक्षा प्रणाली को एक कठोर और परीक्षा-उन्मुख मॉडल से अधिक लचीले, छात्र-केंद्रित और कौशल-आधारित मॉडल में बदलना है।

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