Computer In Hindi कंप्यूटर एक Electronic data processing machine हैं जो User से इनपुट के रूप में डेटा को लेता हैं फिर उस डेटा को सेव करता हैं और फिर उस सेव किये गए डेटा को Process करके जो भी रिजल्ट आता हैं उसको Output के रूप में यूज़र को दे देता हैं |
आइये इसको हम एक उदाहरण से समझते हैं -:
मान लीजिये आप कंप्यूटर में कोई दो नंबर का Sum करना चाहते है तो इसके लिए आपको कंप्यूटर में दो नंबर डालने पड़ेंगे फिर कंप्यूटर उन दो नंबर को लेकर उनको जोड़ेगा और फिर जो भी रिजल्ट आएगा उसे आपको आपके कंप्यूटर स्क्रीन में दिखा देगा |
इस पूरी प्रक्रिया में आपने जो दो नंबर कंप्यूटर में डाला इसे ही इनपुट (Input) कहते है फिर उन दो नंबर का Sum कंप्यूटर ने किया इसे प्रोसेस (Process) कहते हैं उसके बाद कंप्यूटर स्क्रीन में आपको जो रिजल्ट दिखा इसे ही आउटपुट (Output) कहते हैं |
How Computer Works आज दुनियाँ डिजिटल होती जा रही हैं जिसमे दिनों दिन कंप्यूटर का उपयोग बढ़ता जा रहा है आज स्कूल हो या कॉलेज या फिर कोई गवर्नमेंट ऑफिस सभी जगह कंप्यूटर का उपयोग जोरो से हो रहा है |
कंप्यूटर न्यूमेरिकल और नॉन न्यूमेरिकल (arithmetic and logical) दोनों ही तरह के गणना को बड़ी ही आसानी से प्रोसेस कर सकता हैं |
कंप्यूटर पहले से लिखे गए प्रोग्राम्स के अनुसार चलता है कंप्यूटर का अपना एक मेमोरी होता हैं जिसमे डेटा, प्रोग्राम्स, प्रोसेस का रिजल्ट सभी चीजें सेव होती हैं |
कंप्यूटर के फिजिकल पार्ट जैसे Wire, Transistors, Circuits, Hard Disks ये सभी Hardware कहलाते हैं और कंप्यूटर के अंदर जो प्रोग्राम्स ,एप्लीकेशन होते हैं ये सभी Software कहलाते हैं |
कंप्यूटर का निर्माण एप्लीकेशन चलाने और Hardware तथा Software के द्वारा बहुत से कठिनाइयों का समाधान करने के लिए बनाया गया था |
कंप्यूटर शब्द की उत्त्पत्ति लैटिन शब्द “computare ” से हुई जिसका अर्थ है “गणना ” |
ऐसा माना जाता है कि पहला कंप्यूटर Analytical Engine था जिसका आविष्कार 1837 में चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) ने किया था इसलिए चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का जनक (Father Of Computer ) या कंप्यूटर के आविष्कारक के रूप में भी जाना जाता है।
मगर चार्ल्स बैबेज द्वारा Analytical Engine निर्माण करने से पहले ही कंप्यूटर के विकास का काम जारी था | जिसके परिणाम स्वरूप काफी एडवांस कंप्यूटर अस्तित्व में आये |
आइये जानते है कि कंप्यूटर का विकास कैसे हुवा ?
कंप्यूटर का विकास कैसे हुवा? (Development of Computer in Hindi)प्राचीन समय में जब लोगों के पास ज्यादा कुछ सुविधाएं नहीं थे और लोग शिकार करके अपना जीवन यापन किया करते थे तब लोगों को यदि कुछ गणना करना होता था तो वो लाठी, पत्थर और हड्डियों का उपयोग किया जाता था |
जैसे जैसे समय बीतता गया लोगों के मस्तिष्क का विकास भी होने लगा और उन्होंने गणना करने के लिए कई सारे मशीन भी डेवलप्ड किये |
ऐसा माना जाता है कि कंप्यूटर का विकास Abacus के अविष्कार के साथ शुरू हुआ | इसका आविष्कार Tim Cranmer ने किया था | Abacus के बाद Napier’s Bones कंप्यूटर का आविष्कार हुआ और उसके बाद Slide Rule Computers आये |
इस तरह से समय के साथ साथ नए नए कंप्यूटर टेक्नोलॉजी अस्तित्व में आने लगे |
आइये कंप्यूटर के विकास को हम इस टेबल के माध्यम से समझते है |
Computer Year Developed By Abacus 2400 BC Tim Cranmer Napier’s Bones 1614 John Napier Slide Rule 1622 William oughtred Pascaline 1642 Blaise Pascal Stepped Reckoner 1672 Gottfried Wilhelm Leibniz Jacquard loom 1801 Joseph Marie Jacquard Arithmometer 1820 Thomas De Colmar Difference Engine 1822 Charles Babbage Analytical Engine 1834 Charles Babbage Scheutizian Calculation Engine 1843 Pearl George Scheutiz Tabulating machine 1890 Herman Hollerith Harvard mark 1 1937-1944 Dr.Howard Aiken Z1 1936-1938 Konrad Zuse Atanasoff-Berry Computer 1939 -1942 John Vincent Atanasoff And Clifford Berry ENIAC 1946 John Mauchly And J. Presper Eckert EDVAC 1949 Von Neumann UNIVAC 1 1951 J. Presper Eckert And John Mauchly Osborne 1 1981 Osborne Computer Corporation
(What is Definition of Computer In Hindi) “कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो कुछ इनपुट लेगा ,प्रोसेसिंग करेगा और आउटपुट देगा ” तो कोई भी डिवाइस, यदि इन चार शर्तों को पुरा करता हैं तो वो एक कंप्यूटर हैं |
आम तौर पर देखा ये जाता है की ज्यादातर स्टूडेंट ये सोचते है कि कंप्यूटर का मतलब या तो डेस्कटॉप कंप्यूटर या लैपटॉप कंप्यूटर | कंप्यूटर कई तरह के हो सकते हैं | कई बार हम जिन चीजों को कंप्यूटर नहीं मानते वो भी एक कंप्यूटर होते हैं |
जैसे की कलकलुटेर , वो भी एक कंप्यूटर हैं क्योंकि वो एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है उसमे भी कुछ इनपुट होती है, प्रोसेसिंग होती है और आउटपुट भी आता है |
हम जो Laptop Computer और Desktop Computer की बात करते है वो एक General Purpose कंप्यूटर होते है इन कम्प्यूटर्स में हम हर तरह का काम कर पाते हैं |
इसमें हम गेम्स भी खेल सकते है, फोटो एडिट कर सकते हैं, गाने सुन सकते हैं, यहाँ तक की प्रोग्रामिंग भी कर सकते हैं तो ये सब एक जनरल पर्पस कंप्यूटर हैं |
लेकिन कुछ कंप्यूटर ऐसे होते है जो कुछ Specific काम करने के लिए बने होते हैं जैसे की वाशिंग मशीन, वो भी एक कंप्यूटर है अगर उसमे माइक्रोप्रोसेसर चिप लगा हो, तो वो भी पहले से तय सुदा कमांड के अनुसार काम करेगी ,माइक्रोवेव भी एक कंप्यूटर है , डिजिटल कैमरा भी एक कंप्यूटर है |
ये सब इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस हैं इनमे एक चिप लगी होती है वो एक इलेक्ट्रॉनिक सर्किट होता है और उसमे इनपुट होता है प्रोसेसिंग होती है और आउटपुट आता हैं | तो ये सब भी एक कंप्यूटर हैं |
कंप्यूटर की परिभाषा अंग्रेजी में (Computer Definition in English)“Computer is an Electronic Device that takes input, processes it and gives output using Output Devices”
So any device, if it fulfills these four conditions, then it is a computer.
अब आपको पता चल गया होगा की वास्तव में Computer Kya Hota Hai ? (What is Computer in Hindi) और कंप्यूटर की परिभाषा क्या होती हैं (Definition of computer In Hindi) |
is Basic Parts of Computer In Hindi) Processor -: यह हार्ड वेयर और सॉफ्टवेयर के निर्देशों (Instructions) को निष्पादित (execute) करता हैं | इसे CPU ( Central Processing Unit) भी कहा जाता है | यह कंप्यूटर का ब्रेन होता है |Memory -: यह प्राइमरी मेमोरी है जो CPU और Storage के बिच डेटा ट्रांसफर का काम करता हैं |Motherboard -: ये कंप्यूटर का मुख्य पार्ट है जो कंप्यूटर के बाकि हिस्सों को जोड़े रखता हैं |Storage Device -: यह डेटा को स्थाई रूप से कंप्यूटर में स्टोर करता है जैसे कि हार्ड डिस्क |Input Device -: यह यूज़र या उपयोगकर्ता को कंप्यूटर में इनपुट करने में मदद करता है जैसे कि कीबोर्ड |Output Device -: यह यूज़र को आउटपुट दिखाने में मदद करता है जैसे कि मॉनिटर |ये कंप्यूटर के कुछ बेसिक पार्ट थे जिनके बिना कंप्यूटर काम ही नहीं कर सकता |
आइये अब हम जान लेते हैं कंप्यूटर के कुछ प्रकारों (Types of Computer In Hindi) के बारे में |
कंप्यूटर को अलग अलग मानदंड जैसे कि (कंप्यूटर के डेटा को हैंडल करने की क्षमता (capacity) ,कंप्यूटर के आकर) के बेस पर कई भागों में बता जा सकता हैं |
आकार के आधार (बेस) पर कंप्यूटर को पांच भागों में बाटा गया हैं -:
माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer) मिनी कंप्यूटर (Mini Computer) मेनफ़्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer) सुपर कंप्यूटर (Supercomputer) वर्कस्टेशन (Workstations) #1. माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer)माइक्रो कंप्यूटर एक सिंगल यूज़र कंप्यूटर हैं | माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer) बाकि दूसरे टाइप्स के कंप्यूटर की तुलना में कम स्पीड और कम स्टोरेज क्षमता वाला कंप्यूटर हैं | पहला माइक्रो कंप्यूटर 8 bit वाले माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग करके बनाया गया था | Micro Computer के कुछ उदाहरण – लैपटॉप कंप्यूटर ,डेस्कटॉप कंप्यूटर, Personal Digital Assistant (PDA), टैबलेट और स्मार्ट फोन | माइक्रो कंप्यूटर को आम तौर पर सामान्य उपयोग जैसे – Browsing, Searching for Information, इंटरनेट, MS Office, सोशल मीडिया आदि चीजों के लिए बना गया था | #2. मिनी कंप्यूटर (Mini Computer)मिनी कंप्यूटर को “Midrange Computers” के नाम से भी जाना जाता हैं | मिनी कंप्यूटर को इस तरह बनाया गया है जिससे की ये बहुत सरे लोगो को एक साथ सपोर्ट कर सके | यह मिड साइज मल्टीप्रोसेसिंग सिस्टम वाला कंप्यूटर हैं जो एक साथ 250 यूज़र को सपोर्ट करने में सक्षम हैं इसलिए इसका उपयोग सामान्य तौर पैर छोटे बिज़नेस और फर्म द्वारा किया जाता हैं | इसका उपयोग किसी कंपनी में अलग अलग डिपार्टमेंट में किसी विशिष्ट उद्देश्य के लिए किया जाता हैं उदाहरण के लिए -: विश्वविद्यालय के एडमीशन डिपार्टमेंट, मिनी कंप्यूटर का उपयोग अपने कामो के लिए कर सकता हैं | #3. मेनफ़्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer)मेनफ़्रेम कंप्यूटर साइज में बहुत बड़े और बहुत महंगे होते हैं | ये एक मल्टीयूज़र कंप्यूटर है जो एक साथ हजारों लोगो को बड़े आसानी से सपोर्ट करने में सक्षम हैं | मेनफ़्रेम कंप्यूटर ज्यादातर बड़े बड़े कंपनियों और सरकारी संगठनों द्वारा उपयोग किया जाता है जिससे की ये अपना काम आसानी से कर सके क्योंकि ये बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर और प्रोसेस कर सकते हैं | उदाहरण के लिए, विश्वविद्यालय, बैंक, और बीमा कंपनियां अपने छात्रों, ग्राहकों, और पॉलिसीधारकों के डेटा को क्रमानुसार स्टोर करने के लिए मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer) का उपयोग करती हैं। #4. सुपर कंप्यूटर (Supercomputer)सुपर कंप्यूटर बाकि सभी कंप्यूटर की तुलना में बहुत की फ़ास्ट और बहुत ही महंगे कंप्यूटर हैं | सुपर कंप्यूटर की स्टोरेज क्षमता काफी अधिक होती हैं | इन कम्प्यूटर्स की स्पीड काफी अधिक और ये हर सेकंड मिलियंस ऑफ़ इंस्ट्रक्शन पर काम कर सकते हैं | सुपर कम्प्यूटर्स का उपयोग विशिष्ट कार्यो और विशिष्ट अनुप्रयोगों जैसे कि इंजीनियरिंग और वैज्ञानिक विषयों में बड़े पैमाने पर संख्यात्मक समस्याओं के समाधान के लिए किया जाता है, जिसमें मौसम पूर्वानुमान, अंतरिक्ष अनुसंधान, इलेक्ट्रॉनिक्स, पेट्रोलियम इंजीनियरिंग, चिकित्सा, और बहुत से काम शामिल हैं। उदाहरण के लिए, नासा उपग्रहों को लॉन्च करने, अंतरिक्ष उपग्रहों की निगरानी और उन्हें नियंत्रित करने के लिए Supercomputer का उपयोग करता है। #5. वर्कस्टेशन (Workstations)यह एक single-user कंप्यूटर है। हालांकि ये एक पर्सनल कंप्यूटर की तरह है, जिसमे माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer) की तुलना में अधिक शक्तिशाली माइक्रोप्रोसेसर और उच्च गुणवत्ता वाला Monitor होता है। स्टोरेज क्षमता और स्पीड के के आधार पर, यह एक Micro Computer और Mini Computer के बीच आता है। वर्क स्टेशन आमतौर पर विशेष एप्लीकेशन के लिए उपयोग किए जाते हैं जैसे डेस्कटॉप प्रकाशन, सॉफ्टवेयर डवलपमेंट और इंजीनियरिंग एप्लीकेशन (CAD/CAM) | Workstations आम तौर पर एक ग्राफिकल यूजर इंटरफेस, बड़ी, उच्च रिज़ॉल्यूशन ग्राफिक्स स्क्रीन, बड़ी मात्रा में रैम, और इनबिल्ट नेटवर्क सपोर्ट के साथ आते हैं। अधिकांश वर्कस्टेशन में डिस्क स्टोरेज डिवाइस भी होता है जैसे कि डिस्क ड्राइव, लेकिन एक विशेष प्रकार का वर्कस्टेशन (Workstations), जिसे डिस्कलेस वर्क स्टेशन कहा जाता है, वह बिना डिस्क ड्राइव के आता है। कंप्यूटर की विशेषताएं (Features of Computer in Hindi) कंप्यूटर की विशेषताएं (Characteristics of Computer in Hindi) निम्नलिखित है -:
High Speed (तीव्र गति) Accuracy (शुद्धता) Storage Capability (भंडारण क्षमता) Diligence (लगन ) Versatility (चंचलता) Reliability (विश्वसनीयता) Automation (स्वचालन) Reduction in Paperwork and Cost (पेपर वर्क और लागत में कमी) 1. High Speed (तीव्र गति)कंप्यूटर बहुत ही फ़ास्ट मशीन है | कंप्यूटर बहुत बड़ी मात्रा में डेटा की गणना करने में सक्षम हैं | कंप्यूटर मिलियंस ऑफ़ कैलकुलेशन काफी काम समय में कर सकता हैं जिस कार्य को करने में साधरण लोगो को काफी समय लगता है उस कार्य को कंप्यूटर काफी कम समय में बहुत ही अच्छे से कर सकता हैं | 2. Accuracy (शुद्धता)कंप्यूटर फ़ास्ट होने के साथ साथ काफी सटीक भी होता है | कंप्यूटर द्दारा किया गया गणना 100% सही होता है त्रुटि न के बराबर होता हैं | कंप्यूटर 100% सटीकता के साथ कार्य करता है अगर यूजर इनपुट सही से दे | 3. Storage Capability (भंडारण क्षमता)कंप्यूटर बड़ी मात्रा डेटा स्टोर करके रख सकता है जो कंप्यूटर की सबसे बड़ी विषेशता हैं | कंप्यूटर के अंदर हम कई तरह के डेटा को स्टोर करके रख सकते हैं जैसे कि – इमेज, वीडियो, टेक्स्ट, ऑडियो, फाइल्स आदि। कंप्यूटर एक इंसान की तुलना में काफी मात्रा डेटा स्टोर कर सकता हैं | 4. Diligence (लगन )कंप्यूटर हम मनुष्यो की तरह कभी नहीं थकता | कंप्यूटर बिना रुके ,बिना थके और बिना किसी त्रुटि और बोरियत के लगातार काम कर सकता है | कंप्यूटर बड़ी सटीकता और एक ही गति से एक या एक से ज्यादा कार्य को लगातार कर सकता हैं | 5. Versatility (चंचलता)कंप्यूटर काफी फ्लेक्सिबल मशीन है इसे चलाना काफी आसान हैं | कंप्यूटर एक ऐसे मशीन है जिसका विभिन्न क्षेत्रों में काफी तरह के समस्याओं के समाधान करने के काम में लाया जाता हैं | कही पर इसका उपयोग गणंनाओ में तो कही इसका उपयोग गेम खेलने में होता हैं | 6. Reliability (विश्वसनीयता)कंप्यूटर अपनी विशाल स्टोरेज क्षमता और सटीकता के कारण विश्वसनीय मशीन हैं | कम्प्यूटर्स को रोज़मर्रा के कार्यो को आसान बनाने के लिए बनाया गया हैं | 7. Automation (स्वचालन)कंप्यूटर एक स्वचालित मशीन है। कंप्यूटर अपने सभी कार्यों को स्वचालित रूप से करता है। इसका मतलब है कंप्यूटर एक बार एक कार्य शुरू करने के बाद बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के काम पूरा होने तक करता है। 8. Reduction in Paperwork and Cost (पेपर वर्क और लागत में कमी)बड़े बड़े कंपनियों में पेपर वर्क को कम करने के लिए कम्प्यूटर का उपयोग किया जाता हैं | कई सरे ऐसे काम होते है जिसको कर्मचारिओं द्वारा करने पर समय के साथ पैसा भी ज्यादा लग सकता है मगर उसी काम को कंप्यूटर से कराने पर समय और पैसे की बचत होती हैं | इन सभी विशेषताओं (Characteristic) के बावजूद कंप्यूटर की कुछ सीमाएं (Limitation) भी हैं आइये जानते हैं Computers के इन्ही कुछ सीमाओं (Limitation Of Computer In Hindi) के बारे में |
कंप्यूटर की सीमाएँ (Limitation Of Computer In Hindi)No Intelligence (कोई बुद्धिमत्ता नहीं) Dependency (निर्भरता) No Feeling (कोई अहसास नहीं) #1. No Intelligence (कोई बुद्धिमत्ता नहीं)कंप्यूटर एक ऐसे मशीन है जो अपने आप कोई निर्णय नहीं ले सकता है। जिसके कारण अगर कंप्यूटर से कोई भी कार्य कराना हो तो उसे सभी चीजें क्रमशः बताना पड़ता हैं |
#2. Dependency (निर्भरता)कंप्यूटर इंसानों पर निर्भर है क्योकि अगर हमें कम्प्यूटर से कोई काम कराना होता हैं तो उसे एक एक स्टेप क्रमशः बताना पड़ता है | साथ ही अगर कंप्यूटर में इलेक्ट्रिसिटी न हो तो भी कंप्यूटर कार्य नहीं कर सकता इस तरह कार्य करने के लिए बिजली पर भी निर्भर करता हैं |
#3. No Feeling (कोई अहसास नहीं) कंप्यूटर मनुष्य के विपरीत स्वाद, अनुभव और ज्ञान के आधार पर निर्णय नहीं ले सकता है। कंप्यूटर के अंदर किसी प्रकार की भावना नहीं होती | हम मनुष्य जिस तरह अपने अनुभवों से सीखते हैं उस तरह कंप्यूटर अपने अनुभवों से नहीं सिख सकता |
हालांकि कंप्यूटर में निर्णय लेने की क्षमता नहीं होती मगर आज के समय Artificial intelligence के द्वारा कंप्यूटर में निर्णय लेने की क्षमता विकसित की जा रही हैं | जिससे की ये अपना निर्णय खुद से ले सके और अपने अनुभवों से सिख सके |
कंप्यूटर उपयोग करने के फायदे (Advantages of Computer In Hindi)आपकी उत्पादकता बढ़ाता है (Increases your productivity) इंटरनेट से जोड़ता है (Connects to the Internet) स्टोरेज (Storage) संगठित डेटा और सूचना (Organized Data and Information) अपनी क्षमताओं में सुधार करता है (Improves your abilities) शारीरिक रूप से अक्षम लोगों की सहायता (Assist the physically challenged) आपका मनोरंजन करता है (Keeps you entertained) 1. आपकी उत्पादकता बढ़ाता है (Increases your productivity)कंप्यूटर आपके उत्पादक क्षमता को बढ़ाता हैं उदाहरण के लिए अगर आपको वर्ड प्रोसेसर की बेसिक समझ हो जाती है तो आप आसानी से कोई दस्तावेज़ को बना सकते है, उसको एडिट कर सकते हैं आप उसको सेव करके रख सकते है और जरुरत पड़ने पर उस डॉक्यूमेंट को बहुत आसानी से और जल्दी से प्रिंट भी कर सकते हैं |
to the Internet) कंप्यूटर आपको इंटरनेट से जुडने में मदद करता है यह आपको ईमेल भेजने, किसी चीज के बारे में ब्राउज करने, जानकारियाँ जुटाने, सोशल मीडिया (फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाटशप) जैसे प्लेटफार्म का उपयोग करने आदि चीजे करने में हमारी सहायता करती हैं | इंटरनेट से कनेक्ट होने के बाद आप अपने दोस्त और अपने फैमिली से भी आसानी से कनेक्ट हो सकते हो चाहे वो भले ही आपसे बहुत दूर ही क्यों न हो |
3. स्टोरेज (Storage)कंप्यूटर में आप अपना बहुत सारा डेटा स्टोर करके रख सकते हैं जैसे कि आप अपना कोई ईबुक रख सकते हैं , अपना कोई प्रोजेक्ट , कोई डॉमेन्ट ,मूवीज, पिक्चर, गाने, और भी बहुत सी चीजे आप कंप्यूटर में स्टोर करके रख सकते हैं |
4. संगठित डेटा और सूचना (Organized Data and Information)कंप्यूटर आपको डेटा स्टोर करने की सुविधा के साथ साथ आपको किसी को भी शेयर करने की सुविधा भी प्रदान करता हैं उदाहरण के लिए, आप अलग अलग तरह के डेटा को स्टोर करने के लिए कंप्यूटर में अलग अलग फोल्डर बना सकते हो और उसमे अपना डेटा रख सकते हो और अगर आपको उस डेटा की जरुरत पड़े तो उसे आसानी से सर्च भी कर सकते हो |
है (Improves your abilities) ये आपको इंग्लिश हो या हिंदी अच्छे से लिखने में सहायता करता हैं भले ही आपको उसके ग्रामर और स्पेलिंग के बारे में ज्यादा जानकारी हो या न हो | ऐसे ही अगर आपको मैथ्स नहीं आता और कुछ गणना करना चाहते हो और फिर उसे सेव करना करना हो तो आप कंप्यूटर की मदद से गणना करके उसके रिजल्ट को कंप्यूटर में सेव कर सकते हो |
6. शारीरिक रूप से अक्षम लोगों की सहायता (Assist the Physically Challenged)इसका उपयोग शारीरिक रूप से विकलांग लोगों की मदद करने के लिए किया जा सकता है, जैसे की स्टेफेन हाकिंग ,जो की बोल पाने में असर्मथ थे वे बोलने के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया करते थे |
इसका उपयोग अंधे लोगो की मदद के लिए भी किया जाता हैं इसके लिए एक स्पेशल सॉफ्टवेयर इनस्टॉल किया जाता हैं जो स्क्रीन पर क्या है इसको पढ़ता हैं और नेत्रहीन लोगों की समझने में मदद करता हैं |
7. आपका मनोरंजन करता है (Keeps you Entertained)कंप्यूटर का उपयोग मूवी देखने ,गेम्स खेलने ,गाने सुनने आदि सभी काम करने में किया जाता हैं |
कंप्यूटर अब हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चूका है। हमारी डेली लाइफ की काफी सारी चीजे है जिसे करने के लिए हम कंप्यूटर पर निर्भर हैं। कुछ सामान्य उदाहरण इस प्रकार हैं:
ATM (Automated teller machine) – : जब आप एटीएम से पैसा निकल रहे होते है तब आप उस समय एक ऐसे कंप्यूटर का उपयोग कर रहे होते हैं जो एटीएम को instructions देने और उसके अनुसार नकदी निकालने में आपको सक्षम बनाता है।
Digital Currency -: कंप्यूटर आपके खाते में होने वाले लेन-देन और आपके balance का रिकॉर्ड रखता है और बैंक में आपके बैंक खाते में जमा धनराशि को डिजिटल रिकॉर्ड या डिजिटल मुद्रा के रूप में स्टोर करता है।
Trading -: शेयर बाजार में दिन-प्रतिदिन के व्यापार के लिए कंप्यूटर का उपयोग करते हैं। कंप्यूटर पर आधारित कई उन्नत algorithms हैं जो मनुष्यों को शामिल किए बिना व्यापार को handle करते हैं।
Smartphone -: हम जिस स्मार्टफोन का उपयोग कॉल करने, टेक्स्ट मैसेज भेजने , ब्राउजिंग करने के लिए दिन भर इस्तेमाल करते हैं वह खुद एक कंप्यूटर है।
VoIP -: IP communication (वीओआईपी) पर सभी आवाज को हैंडल करने का कार्य कंप्यूटर द्वारा किया जाता है।
दोस्तों यहाँ तक आपको पूरा समझ आ गया होगा कि Computer Kya Hota Hai? (What is Computer In Hindi ) इसकी परिभाषा क्या है ? (Meaning of Computer In Hindi) तथा कंप्यूटर की क्या विशेषताएं है (Features of Computer in Hindi) और कंप्यूटर का क्या उपयोग है?
चलिए अब हम जान लेते हैं की कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या होता हैं (What is Full Form of Computer in Hindi)
कंप्यूटर का Full Form क्या है? (What is Full Form of Computer In English)अक्सर कई बार लोग अपने दोस्तों से कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है? पूछ देतें हैं जिसके बारे में ज्यादातर लोगो को पता नहीं होता |
यहाँ मैं आपको बता दूँ की कंप्यूटर का कोई स्टैंडर्ड फुल फॉर्म नहीं हैं मगर कंप्यूटर का एक Full Form काफी प्रसिद्ध हैं और वो कंप्यूटर का फुल फॉर्म हैं – “Commonly Operated Machine Particularly Used Technical Educational Research ”
C Commonly O Operated M Machine P Particularly U Used T Technical E Educational R Research
कंप्यूटर का फुल फॉर्म (Full Form of Computer In Hindi) कंप्यूटर का फुल फॉर्म हिंदी में (Full Form of Computer In Hindi)सी (C) आम तौर पर (Commonly ) ओ (O) संचालित (Operated) एम (M) मशीन (Machine) पी (P) विशेष रूप से (Particularly) यू (U) प्रयुक्त (Used) टी (T) तकनीकी (Technical) ई (E) शैक्षणिक (Educational) आर (R) अनुसंधान (Research)
कंप्यूटर का फुल फॉर्म (Full Form of Computer In Hindi) अगर हम ऊपर दिए गए कंप्यूटर के हिंदी फुल फॉर्म के आधार पर कंप्यूटर को डिफाइन करे तो उसका डेफिनिशन कुछ ऐसा होगा -:
” कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जिसका उपयोग आमतौर पर तकनीकी और शैक्षणिक अनुसंधान कार्यो में ज्यादातर किया जाता है | “
यहाँ तक अब आपको पता चल गया होगा की कंप्यूटर का फुल फॉर्म (Full Form of Computer In Hindi) क्या है?
कंप्यूटर के बारे में रोचक तथ्य (Interesting Facts About Computers In Hindi)कंप्यूटर के बारे में चौकाने वाले कुछ Interesting facts इस प्रकार हैं:
ENIAC जिसे पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर माना जाता है, इसका वजन 27 टन से अधिक तथा Size 1800 वर्ग फीट थी |कंप्यूटर के कीबोर्ड की केवल एक row के text का उपयोग करके आप “TYPEWRITER” जो कि सबसे लंबा शब्द है उसे आसानी से लिख सकते हो। क्या आपको पता है पहला कंप्यूटर माउस लकड़ी से बना था। जिसको डग एंजेलबर्ट (Doug Engelbart) ने 1964 के आसपास बनाया था | दुनिया में हर महीने 5000 से ज्यादा नए कंप्यूटर वायरस released होते हैं। आपने HP, Microsoft और Apple का नाम तो सुना ही होगा, इन कंपनी के बिच में एक बहुत ही common दिलचस्प बात ये है कि सभी एक गैरेज में शुरू किए गए थे। विंडोज़ का original नाम Interface Manager था। Intel द्वारा बनाया गया पहला microprocessor “4004” था। यह एक कैलकुलेटर के लिए डिज़ाइन किया गया था | एक आदमी औसतन एक मिनट में आम तौर पर 20 बार झपकाता है, लेकिन कंप्यूटर का उपयोग करते समय वह एक मिनट में केवल 7 बार पलक झपकाता है। इंटरनेट पर बोला जाने वाला पहला शब्द “lo” है। दरअसल, यह शब्द “Login” था, लेकिन कंप्यूटर दो characters के बाद crashed हो गया | Windows os हमे CON, PRN, AUX, या NUL के नाम से फ़ोल्डर बनाने की अनुमति नहीं देता है क्योकि ये DOS द्वारा reserved कीवर्ड हैं। 12 इंजीनियरों के एक समूह ने IBM PC को डिजाइन किया था |
Question sकंप्यूटर को हिंदी में क्या कहते हैं? (Computer Meaning In Hindi)कंप्यूटर को हिंदी में “संगणक ” कहते हैं जिसका अर्थ होता हैं “गणना करना ” |
कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया? (Who invented computer?)ब्रिटिश गणितज्ञ चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) ने 1837 में कंप्यूटर का आविष्कार किया था इसलिए चार्ल्स बैबेज को Father of Computer भी कहा जाता हैं उन्होने एक Analytical Engine बनाया था जिसे ही दुनिया का पहला कंप्यूटर कहा जाता हैं |
भारत का सबसे पहला कंप्यूटर कौन सा था? भारत का सबसे पहला कंप्यूटर ISIJU है इसका नाम ISIJU इसलिए है क्योकि इस कंप्यूटर को 1966 में Indian Statistical Institute ( ISI ) और Jadavpur University (JU) ने मिलकर बनाया था यह भारत पहला Transistor युक्त था |
एक शब्द में कंप्यूटर क्या है? कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो इनपुट के रूप में डेटा लेती है,उसे प्रोसेस करती है और रिजल्ट को आउटपुट के रूप में User को दे देती हैं | जो भी मशीन ये सभी काम करती है वो एक कंप्यूटर हैं |
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